5 बाते अकेले रहने वालों के लिए | अकेले रहने के नुकसान
क्या आपको अकेला रहना पसंद है?अगर आपका जवाब हाँ है तो 2 मिनट निकाल कर ये लेख जरूर पढ़ना।क्योकि आगे मैं आपको अकेले रहने के नुकसान बताने वाला हूँ।जिसे सुनकर आप शायद आज से ही अपना फैसला बदल लेंगे।क्योंकि अकेलापन आपको मानसिक रोगी भी बना सकता है।
आजकल किसी को पसंद नही होता कि कोई उनकी ज़िंदगी मे रोक टोक करे।इसलिए ज्यादातर लोग खुद को समाज फैमिली से अलग कर लेते है।क्योंकि उनको लगता है ऐसा करने से वो सुकून की ज़िंदगी जिएंगे।मानता हूँ ऐसा करने से आपको कुछ पलों का सुकून भी मिलेगा।लेकिन आप अकेलेपन के शिकार भी हो जायेंगे और वही अकेले रहने के नुकसान आगे मैं आपको बताने वाला हूँ।इसलिए लेख ध्यान से पढ़ना।
● सही रास्ता दिखाने वाला नही होता:-
अगर ज़िन्दगी में सही रास्ता दिखाने वाला मिल जाए तो हमारी ज़िंदगी एक सही मुकाम तक जा सकती है।जैसे हम अपनी निजी जिंदगी में बहोत सारी गलतियां करते है।लेकिन कभी कभी हमारे अपने दोस्त,फैमिली या लाइफ पार्टनर गलतियां करने से रोक देते है।
लेकिन अकेले रहना वाला व्यक्ति जब कंट्रोल से बाहर हो जाता है।तो उसे उसकी गलती बताने वाला उसे रोकने वाला कोई नही होता।जिस कारण वह गलतियों पर गलतियां करता रहता है।
● दिल की बात शेयर नही कर पाते:-
हमारी ज़िन्दगी में एक समय ऐसा आता है।जब हमे किसी न किसी के सहारे की जरूरत पड़ती ही हैं।हमारा भी मन करता है की अपनी बातों को दुसरो के साथ शेयर करे।क्योंकि कोई इंसान कितना भी खुद को अकेला कर ले।लेकिन पत्थर दिल तो नही हो सकता न भावनाएं तो उसके अंदर भी होंगी।
इसी प्रकार जो लोग अकेले रहते है।वो अपनी बातों को चाहकर भी दूसरे तक पहुंचा नही पाते।क्योकि उनकी ज़िंदगी मे ऐसा कोई होता ही नही जो उनको समझे।जिससे वो कई बार तनाव में भी चले जाते है।
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● इमरजेंसी में मदद न मिलना:-
अकेले रहने के नुकसान में ये होता है कि जब कभी हमे इमरजेंसी किसी न किसी की मदद की जरूरत पड़ती है।तो हमारी ज़िंदगी में ऐसा कोई नही होता जो मदद कर सके।क्योकि मदद भी वही लोग करते है जो शायद आपसे दिल से जुड़े हो।
जैसे की मेरा ही उदहारण ले लीजिए।मैं जॉब करने अपने शहर से दूर किसी दूसरे शहर में गया था।वहां एक बार रात में मेरी तबियत बहोत ज्यादा खराब हो गयी और न ही वहाँ मुझे कोई जानता था।जिस कारण मुझे बहोत कठिनाई का सामना करना पड़ा।उस दिन अकेला रहना मुझे एक अभिशाप की तरह लग रहा था।
● फालतू बाते दिमाग मे आना:-
जो लोग अकेले रहते है।उनके दिमाग मे फालतू की वो बाते भी घूमती रहती है।जिन बातों का शायद कोई मतलब भी नही होगा और बेकार की बाते सोचने से हमारे दिमाग मे कचरा भर जाता है।जिससे कई बार हम तनाव के शिकार भी हो जाते है।
ये बात जिसने भी कही है "खाली दिमाग शैतान का घर" बिल्कुल सही कही है।इसलिए खुद को अकेलेपन से दूर करे।ताकि आपके जीवन में खास और खूबसूरत पल बने।जिसे सोचकर आपको एक अलग ही अहसास हो।
● परवाह करने वाला कोई नही:-
अगर हर कोई आपकी परवाह करे तो आपकों अच्छा लगता होगा।ज़ाहिर सी बात है आपको क्या सबको ही अच्छा लगता है।लेकिन जो लोग अकेले रहंते है उनकी परवाह करने वाला कोई नही होता।आप खुद ही सोचो अगर आप ऐसी ज़िंदगी जी रहे हो।
जिसमें आपके होने न होने से किसी को फरक नही पड़ता।तो आप जी ही क्यो रहे हो।इसलिए कोशिश करो खुद को दूसरों के लिए important बनाओ।दुसरो की परवाह करो ताकि उन्हें भी आपकी care करने का मौका मिले।
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● निष्कर्ष:-
मैं जानता हूँ कोई इंसान खुद से अकेला नहीं होता।बल्कि हालात ऐसे हो जाते है कि हम अकेले रहने पर मजबूर हो जाते है।अगर आप भी जाने अनजाने में अकेले हो गए है।तो खुद को समाज के साथ जोड़कर रखे।क्योंकि एक बार आपको अकेले रहने की आदत लग गई।
तो आपको पता ही नही चलेगा कि ये अकेले रहने के नुकसान एक दिन आपको अंदर तक तोड़ देंगे।आर्टिकल पसंद आया तो हमारे दूसरे आर्टिकल भी जरूर पढ़े।